समाज की विसंगतियों और संवेदनाओं से सरोकार भरा लेखन | मेरा नारा - नवभारत निर्माण करें हम
बहुत सुन्दर।
हा-- हा! दीदी मैं समझ गयी आपने कहाँ निशाना साधा है | बहुत खूब !
yes
खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंग...
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंहा-- हा! दीदी मैं समझ गयी आपने कहाँ निशाना साधा है | बहुत खूब !
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