समाज की विसंगतियों और संवेदनाओं से सरोकार भरा लेखन | मेरा नारा - नवभारत निर्माण करें हम
ओह....यह कुण्डलिया नहीं कुण्डलिनी है।
yes
खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंग...
ओह....
जवाब देंहटाएंयह कुण्डलिया नहीं कुण्डलिनी है।