समाज की विसंगतियों और संवेदनाओं से सरोकार भरा लेखन | मेरा नारा - नवभारत निर्माण करें हम
सार्थक कुण्डलिया।
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 15 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सुन्दर सृजन
जी दीदी , पूत कपूत हो जाते हैं पर माता कुमाता कभी नहीं हो सकती |सटीक कुंडली ! वाह !!!!!!!!!!!
yes
खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंग...
सार्थक कुण्डलिया।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 15 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
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जवाब देंहटाएंजी दीदी , पूत कपूत हो जाते हैं पर माता कुमाता कभी नहीं हो सकती |सटीक कुंडली ! वाह !!!!!!!!!!!
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