समाज की विसंगतियों और संवेदनाओं से सरोकार भरा लेखन | मेरा नारा - नवभारत निर्माण करें हम
बहुत सुन्दर कुण्डलिया। शारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकानाएँ।
वाह!खरी खरी कहती सार्थक कुडली आदरणीय दीदी | आपका नया ब्लॉग मिल नहीं पाया | सादर --
yes
खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंग...
बहुत सुन्दर कुण्डलिया।
जवाब देंहटाएंशारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकानाएँ।
वाह!खरी खरी कहती सार्थक कुडली आदरणीय दीदी | आपका नया ब्लॉग मिल नहीं पाया | सादर --
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