समाज की विसंगतियों और संवेदनाओं से सरोकार भरा लेखन | मेरा नारा - नवभारत निर्माण करें हम
बहुत सुन्दर।हिन्दी दिवस की अशेष शुभकामनाएँ।
हो जाता अपमान यहां जो बोलेगा सच ।-- समाज और जीवन का कडवा सच !
yes
खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंग...
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की अशेष शुभकामनाएँ।
हो जाता अपमान यहां जो बोलेगा सच ।--
जवाब देंहटाएंसमाज और जीवन का कडवा सच !