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बुधवार, 5 अगस्त 2020

कुण्डलिया

बाल्मिक ने रच दिया, एक सुंदर सा काव्य;
भाव लोककल्याण का, चरित एक सम्भाव्य;
चरित एक सम्भाव्य पथिक उत्तम मार्ग का;
राज-समाज सब त्याग, करे हित जो सब ही का;
तुलसी ने अपने समय, लिख दिया राम चरित ;
कवि कल्पना छंद कथा, रामायण बाल्मिक।

2 टिप्‍पणियां:

  1. ऋषि बाल्मीकि के इस अतुलनीय कृत्य के लिए उनका ऋणी है समाज | सुंदर लेखन आदरणीय दीदी | मन मोह लिया इस कुंडली ने | वाह !!!!!!!!!!!!

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yes

कुण्डलिया

खेतिहर ने रच दिया, एक नया इतिहास, एक एकता बन चुकी, मिलकर करें विकास; मिलकर करें विकास, नहीं मजदूर बनेंगे, अपनी भूमि पर, इच्छा से काश्त करेंगे ;